एक युवक नाम बदलकर रमेश जब गुरुदेव भगवान से प्रेमानंद महाराज जी के एकांतिक वार्तालाप में महाराज जी से अपनी जीवन के बारे में बताते हुए कहां क्यों जीवन में शराब, जुवा,चोरी और शराब में आकर अपने माता-पिता को पीटना लेकिन महाराज जी का सत्संग सुनने के बाद उसने यह सारी क्रियाएं छोड़ दी है और आगे भविष्य में यह चीज है ना हो इसलिए श्री प्रेमानंद महाराज जी से अपना सवाल रखा है।
प्रेमानंद महाराज जी ने इसका सरलता से जवाब देते हुए कहां की इस युवक पर भगवान की कृपा है जो इतने सारे बुरे आदत के बाद उसने यह सारी क्रिया है छोड़ दी है, भगवान की बहुत कृपा है और आगे अगर यह क्रिया वापस जीवन में ना हो इसलिए भगवान भजन मार्ग करके नाम जप करना चाहिए जिस कारण यह स्थिति वापस नहीं आ सकती है।
जीवन में जब हम पाप कर्म करते हैं तो हमारे जो बुरे कर्म की प्रधानता अधिक होती है जिस कारण यह क्रिया है, हम उनसे होती है लेकिन अगर शुरू से ही भगवान के भजन मार्ग और नाम जप कोई इंसान कर लेता है तो यह सारी चीज उसके पास नहीं आती है और इन चीजों में वह अधिकतर फसता नहीं है।
डिस्क्लइमर [ disclaimer ] श्री पूज्य गुरुवर्य प्रेमानंद जी महाराज जी विश्व के मानवता कल्याण के लिए पर्वत इतने बढ़े ज्ञान का अमृत दे रहे है.. वेबसाइट की माध्यम से वही ज्ञान प्रसार लोगों को देना का काम एक चींटी की भाती प्रयास कर रहा हूं.. श्री गुरुवर्य महाराज के ज्ञान प्रसार के लिए बल प्रदान करे..राधे..राधे..
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