एकांतक वार्तालाप में आए राहुल महाजन नाम के एक व्यक्ति ने सवाल पूछा कि जीवन भर नाम जप किया जाए पर अंत समय अगर उसे नाम जब को भूल जाए तो उसे व्यक्ति का आगे क्या होगा इस सावल पर shri hit premanand Maharaj ji की उचित सलाह विस्तार दी गई है।
महाराज जी ने इसका विस्तार से जानकारी देते हुए कहां की अगर कोई व्यक्ति जीवन भर नाम जप करता है लेकिन मृत्यु के समय में वह प्रभु का नाम नहीं ले पता क्यों की जीवन के अंत समय में भारी कष्ट के कारण उसकी स्मृति चली जाती है तो उसे समय प्रभु उसके शरीर में स्मृति बनकर रहते है।
shri hit premanand Maharaj ji ने आगे यह भी कहते हैं, कि कोई व्यक्ति जीवन पर अगर नाम जप करता है तो वह जीवन में प्रभु से यही प्रार्थना करता है कि अंत समय में भी प्रभु का नाम मुख में हो लेकिन अगर ऐसा ना हो तो प्रभु उसके अंत समय में खुद स्मृति बनकर शरीर में रहते हैं।
लेकिन अगर कोई व्यक्ति जीवन भर पाप कर्म करता है नाम जप नहीं करता भक्ति नहीं करता उसे व्यक्ति के साथ अंत समय में वह किस योनि में जाने वाला है उसी प्रकार उसे चित्र दिखाई देते हैं।
डिस्क्लइमर [ disclaimer ] श्री पूज्य गुरुवर्य प्रेमानंद जी महाराज जी विश्व के मानवता कल्याण के लिए पर्वत इतने बढ़े ज्ञान का अमृत दे रहे है.. वेबसाइट की माध्यम से वही ज्ञान प्रसार लोगों को देना का काम एक चींटी की भाती प्रयास कर रहा हूं.. श्री गुरुवर्य महाराज के ज्ञान प्रसार के लिए बल प्रदान करे..राधे..राधे..
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