वृंदावन में एकांतिक वार्तालाप में जब एक डॉक्टर ने premanand maharaj ji को बताया कि मैं शराब पीकर ऑपरेशन करता हो तो इसके ऊपर प्रेमानंद महाराज जी ने कड़े शब्दों में फटकार लगाते हुए उसे शख्स को विस्तार से समझाया है।
एकांतिक वार्तालापों में आए एक डॉक्टर व्यक्ती ने महाराज जी से सवाल किया कि मैं ऑपरेशन करते समय शराब पीकर जाता हूं और यह मुझे बिल्कुल भी गलत नहीं है ऐसी जानकारी मेरे सीनियर डॉक्टर देते हैं तो इसका विस्तार से जवाब देते हुए महाराज जी ने दिया है।
premanand maharaj ji ने इसका विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि अस्पताल में डॉक्टर भगवान का रूप होते हैं लेकिन डॉक्टर ही ऐसी गलत हरकतें करेंगे तो यह एक बहुत ही पाप का काम माना जाएगा क्योंकि जब भी कोई इंसान शराब पीता है तो उसके मन को वह शराब नियंत्रित करती है।
किसी भी परिवार का सदस्य जब अस्पताल में एडमिट होता है तो उसका परिवार सहित वह सदस्य काफी पीड़ा में होता है ऐसे में अगर डॉक्टर शराब पीकर ऐसे काम करता है और उसे व्यक्ति के जान पर आ जाती है तो यह सबसे बड़ा पाप माना जाएगा।
premanand maharaj ji जी ने उसे डॉक्टर को बहुत बड़ी फटकार लगाते हुए कहा कि आज से आप कसम ले लो कि आज के बाद उसे मदिरा का सेवन बिलकुल भी नहीं करेंगे,भूतकाल में जो गलतियां हुई है उन्हें भूल जाओ और वर्तमान पर ध्यान देकर ऐसी गलती है फिर ना हो पाए।
उस व्यक्ति ने premanand maharaj ji कहा कि मैं आपसे शपथ लेता हूं कि मैं मदिरा का सेवन बिलकुल भी नहीं करूंगा और उसे व्यक्ति ने बताया कि उसकी मां एक आध्यात्मिक परिवार से आती है जिन कारण मैं इस एकांतिक वार्तालाप में आकर अपनी बात कह सका।
प्रेमानंद महाराज जी ने अंत में कहां की शराब पीकर ऑपरेशन करना यह बेहद ही बड़ा पाप का काम है लेकिन समाज में बहुत सारे ऐसे डॉक्टर हैं कि किसी मरीज के पास धन की कमी के कारण उनका इलाज नहीं करते लेकिन यह बिल्कुल भी गलत काम है,धन की अगर किसी व्यक्ति के पास कमी हो तो उनका भी सही इलाज होना चाहिए।
डिस्क्लइमर [ disclaimer ] श्री पूज्य गुरुवर्य प्रेमानंद जी महाराज जी विश्व के मानवता कल्याण के लिए पर्वत इतने बढ़े ज्ञान का अमृत दे रहे है.. वेबसाइट की माध्यम से वही ज्ञान प्रसार लोगों को देना का काम एक चींटी की भाती प्रयास कर रहा हूं.. श्री गुरुवर्य महाराज के ज्ञान प्रसार के लिए बल प्रदान करे..राधे..राधे..
ये भी जरूर पढ़े…